पंजाब पुलिस लगातार कर रही पत्रकारिता पे हमले, पढ़े पूरा मामला..

नमस्कार दोस्तों, आज हम एक बार फिर पूरे हिंदुस्तान और देश से बहार भी रह रहे हिंदी पढ़ने वाले लोगो तक सबूतों के साथ ये बताने आये है की हिंदुस्तान के पंजाब राज्य में पुलिस कुछ ब्लैकमेलर लोगो के इशारे पे साइबर क्राइम के बहाने न्यूज़ पोर्टल्स यानिकि वेब मीडिया को शरे आम दबा रही है पुलिस को शायद ये नहीं पता की बोलने और लिखने की आज़ादी भारत के संविधान में डॉक्टर आंबेडकर ने सबको दिलवाई है और बोलने और लिखने की आज़ादी पे हमला मतलब संविधान के आर्टिकल 19(1) का सीधा उलंघन है

वेब मीडिया पढ़ने वाले ज्यादातर पत्रकारों, NGO चलने वालों और राजनीति से जुड़े लोगो को ये लम्बे समय से पता है की पंजाब के जालंधर शहर में वकालत की डिग्री की आंड में पुलिस पे दबाओ बना के कुछ लोग जो आम जनता को लम्बे समय से ब्लैकमेल कर रहे थे जिनके खिलाफ जालंधर के कुछ पत्रकारों ने खबरे छापी थी तब से ये ब्लैकमेलर लोग हमारे एडिटर श्री अमित भरद्वाज सहित जालंधर के एक अन्य पत्रकार साथी को झूठे पुलिस मामलों में फ़साने की साजिश रच रहे है, जालंधर सहित पूरे पंजाब की पुलिस इन ब्लैकमेलर लोगो की वकालत की डिग्री के आगे इतना नत मस्तक है की इन ब्लैकमेलरों के खिलाफ ढेरो सबूत जालंधर पुलिस के साथ साथ पंजाब के DGP को काई बार दिए जा चुके है पर पुलिस इन ब्लैकमैलेरो पे कार्रवाई करने की बजाये पत्रकारों की आवाज़ को दबाने की ही कोशिस करती दिखती है,

आज शाम यानि की 7/10/2019 को 6.50 PM पे श्री अमित भरद्वाज को एक अनजान मोबाइल नंबर से watsapp पे एक नोटिस आया जिसकी कॉपी खबर के नीचे अटैच की जाएगी, उक्त नोटिस में लिखा है की आपको 9/10/2019 को सुबह ठीक 10.00 AM पे मोहाली साइबर पुलिस के पास पहुंचना है जब श्री अमित ने उक्त नंबर पे फ़ोन किया तो पता चला की उक्त नंबर पंजाब की साइबर टीम के एक कांस्टेबल का है जिनका नाम जितेंदर सिंह है, जितेंदर सिंह जी ने श्री अमित को बताया की आपके खिलाफ साइबर विभाग में एक जांच चल रही है जो किसी हरप्रीत सिंह की शिकायत पे की जा रही है जब श्री अमित ने शिकायत की कॉपी मांगी तो जितेंदर सिंह जी ने साफ़ मना कर दिया और कहा की आप विभाग के इंस्पेक्टर साहिब से बात कर लीजिये जब श्री अमित ने इंस्पेक्टर साहिब का मोबाइल नंबर माँगा गया तो श्री जितेंदर जी नंबर मुहैया नहीं करवा सके, श्री अमित का कहना है की 7/10/2019 को शाम 6.50 PM पे watsapp पे नोटिस आता है 8/10/2019 को दशहरे की छुट्टी है और उसके अगले दिन ही मोहाली पहुंचने का फरमान पुलिस ने सुना दिया, श्री अमित ने बताया की इतने शार्ट नोटिस पे बुलाना साफ़ दर्शाता है की पंजाब की पूरी पुलिस इन ब्लैकमेलर लोगो के आगये झुक गई है पत्रकारों को इतना परेशान कर रही ताकि वो सच लिखना बंद करदे और इन ब्लैकमेलरों का गोरख धंधा चलता रहे, श्री अमित ने श्री जितेंदर से पुछा की आप इतने शार्ट नोटिस पे मुझे 150 KM दूर दूसरे शहर बुला रहे है कोई सबूत तो होगा मेरे खिलाफ काम से काम वो तो दिखाइए, तो जितेंदर सिंह जी ने कहा की अभी तो हम आपको बुला के आपका पक्ष जाना चाहते है शिकायत करता और आपको को आमने सामने करवाया जायेगा, इस बार भी कोई भी सबूत दिखाने में श्री जितेंदर सिंह पूरी तरह विफल रहे

श्री अमित ने बताया की उनको ये ब्लैकमेलर पिछले मार्चे के माह से परेशान कर रहे है उन्होंने लगभग 20 से ज्यादा बार जालंधर के DCP इन्वेस्टीगेशन श्री गुरमीत सिंह को सारे सबूतों के साथ शिकायत दी है पर DCP साहिब इन ब्लैकमेलरों के खिलाफ हर बार बस एहि कहते है की वो वकील है मैं कुछ नहीं कर सकता इन लोगो से समझौता करलो जो कहते है वैसे करो इनसे कौन लड़ सकता है

श्री अमित का कहना है की उनहोने जालंधर के पुलिस कमिश्नर साहिब को जाके काफी बार मामले की शिकायत दी है, यहाँ तक की पंजाब के DGP श्री दिनकर गुप्ता जी को काफी बार ईमेल किया है और सबूत भेजे है, watsapp पे भी सूचित किया है DGP साहिब को बहुत बार फ़ोन भी किया है पर वो कभी फ़ोन नहीं उठाते, न ही आज तक किसी भी अधिकारी ने इन ब्लैकमेलरों के खिलाफ कोई कार्रवाई करने कोशिश तक की है, अब तो लगने लगा है की जालंधर के साफ़ छवि के पुलिस कमिश्नर साहिब और तेज तर्रार DGP दिनकर गुप्ता जी इन ब्लैकमेलरों पे लगाम लगाने में पूरी तरह से विफल हो चुके है

श्री अमित ने बताया है की उन्होंने इन सब ब्लैकमेलिंग के मास्टर माइंड व्यक्ति के खिलाफ ढेर सारे सबूतों के साथ पंजाब हरयाणा बार कौंसिल को भी लिखा है पर हैरान करने वाली बात है की इतने ठोस सबूतों के होते हुए बार कौंसिल लम्बे समय से चुप है

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