
नई दिल्ली, 13 अप्रैल, 2020, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली को कोरोना वायरस से मुक्त करने के लिए सोमवार को चिन्हित रेड और ऑरेंज जोन में सैनिटाइजेशन का महा अभियान शुरू कर दिया। सैनिटाइजेशन अभियान की शुरूआत राजेंद्र नगर विधानसभा से की गई। पहले दिन अभियान का नेतृत्व राजेंद्र नगर विधानसभा से आम आदमी पार्टी के विधायक व दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने की। पायलट प्रोजेक्ट के तहत तीन जापानी मशीनों की मदद से राजेंद्र नगर विधानसभा को पूरी तरह से सैनिटाइज किया गया। डीजेबी के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने कहा कि विशेषज्ञों ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत जापानी मशीनों से किए गए सैनिटाइजेशन का आंकलन किया है। जिसमें यह मशीनें काफी उपयुक्त पाई गई हैं। इन मशीनों से सैनिटाइजेशन करने के बाद कीटाणु और वायरस का पूरी तरह से खात्मा हो जा रहा है। लिहाजा, पूरी दिल्ली में इन मशीनों को सैनिटाइजेशन के लिए उतारने का फैसला किया गया है।
दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने बताया कि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने कल बड़े पैमान पर दिल्ली में सैनिटाइजेशन अभियान शुरू करने की घोषणा की थी। इसके तहत पूरी दिल्ली में जापानी तकनीक वाली मशीनें सैनिटाइजेशन करने के लिए इस्तेमाल की जा रही हैं। खासकर रेड और आरेंज जोन, यानि वे इलाके, जिन्हें कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है, जो हाॅट स्पाॅट बनाए गए हैं, जहां संक्रमण फैल रहा है या संक्रमण फैलने की आशंका है। उन इलाकों में इन जापानी मशीनों को उतार कर सैनिटाइजेशन किया जाएगा। पूरी एरिया को कीटाणु और वायरस मुक्त किया जाएगा। यह बहुत ही आधुनिक मशीनें हैं। इनके पंख काफी बड़े-बड़े हैं। यह विशेष तरह की मशीन हैं, जो केमिकल स्प्रे के लिए ही इस्तेमाल की जाती हैं। जब इनके पंख खुलते हैं, तो यह बड़ी हो जाती हैं और पंख बंद होते हैं, तो यह छोटी हो जाती हैं। इसलिए यह चैड़ी गलियां के साथ तंग गलियों में भी प्रवेश कर जाती हैं। हमारा यही प्रयास है कि इस आधुनिक मशीनों से दिल्ली के रेड और आरेंज जोन के अंदर कीटाणु व वायरस का पूरी तरह से खात्मा कर सकें।
राघव चड्ढा ने कहा कि मुझे लगता है कि पूरे देश में पहली बार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी की सरकार इस तरह का प्रयोग कर रही है। आज से पहले कभी इस तरह की मशीनों का प्रयोग सैनिटाइजेशन में नहीं देखा गया है। यह मशीनें खाद या केमिकल का छिड़काव करने में इस्तेमाल की जाती हैं। इसीलिए सैनिटाइजेशन के लिए पूरी तरह से उपयुक्त हैं। यह मशीनें डब्ल्यूएचओ के मानदंडों के मुताबिक ही केमिकल के मिश्रण को उस हिसाब से छिड़काव करती हैं कि सड़क से पूरी तरह से कीटाणु व वायरस का खात्मा हो जाता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता रेड जोन है। यह वे इलाके हैं, जिन्हें दिल्ली सरकार ने कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है, जिन्हें हाॅट स्पाॅट बना दिया है। इन मशीनों से उन इलाकों को सबसे पहले सैनिटाइज किया जाएगा। अभी हम इन मशीनों का पायलट प्रोजेक्ट के तहत अभ्यास किए हैं। तीन मशीनों की मदद से राजेंद्र नगर विधानसभा को पूरी तरह से सैनिटाइज किया गया है। इसका पायलट प्रोजेक्ट करके देख गया है कि किस तरह से यह मशीनों प्रभावशाली हैं। कितने वायरस व कीटाणुओं को मार पा रही है और इसके इस्तेमाल से कहीं कोई नुकसान तो नहीं हो रहा है। विशेषज्ञों के साथ इसका आंकलन करने के बाद हम इस फैसले पर पहुंचे हैं कि इन मशीनों को जल्द से जल्द सभी रेड और आरेंज जोन में उतार देना चाहिए।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में कोरोना वायरस के खात्मे के मद्देनजर रविवार को चिंहित रेड और आरेंज जोन में बड़े पैमाने पर सैनिटाइजेशन अभियान की शुरूआत करने की घोषणा की थी। जिस एरिया को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है, उन्हें रेड जोन माना गया है और जिस एरिया को हाई रिस्क जोन घोषित किया गया है, उन्हें आरेंज जोन माना गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि सैनिटाइजेशन के लिए पीआई इंडस्ट्रीज ने दिल्ली सरकार को 10 हाईटेक जापानी मशीनें दी हैं। एक मशीन एक घंटे में 20 हजार वर्ग मीटर को सैनिटाइज करती है। इसके अलावा दिल्ली जल बोर्ड की 50 मशीनें भी सैनिटाइजेशन में इस्तेमाल की जाएंगी। कुल 60 मशीनों की मदद से दिल्ली के रेड और आरेंज जोन में बड़े पैमाने पर सैनिटाइजेशन अभियान की शुरूआत की गई है।




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