नई दिल्ली-12, अप्रैल, 2020– दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने आज दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल को पत्र लिख कर दिल्ली में अपनी जान की परवाह ना करते हुऐ कोरोना से लड़ाई लड़ रहे डॉक्टर, नर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारियों से सम्बन्धित मुद्दों से अवगत कराते हुऐ उनके लिए स्पेशल ( इमरजेंसी ) अलाउंस देने की मांग की और अपने सुझाव भी दिए। चैधरी अनिल कुमार द्वारा लिखे दिनांक 12-04-2020 के पत्र की कॉपी सलग्न है।
चौधरी अनिल कुमार ने बताया कि दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से दो बार दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल तथा दिल्ली के उपराज्यपाल को ई-मेल के द्वारा कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल का उनकी सहुलियत के अनुसार मिलने का समय माँगा परन्तु दोनों ने समय नहीं दिया इसलिए हमने केजरीवाल को खत लिख कर कोरोना से लड़ाई लड़ रहें डॉक्टर, नर्सेज, पैरा मेडिकल स्टाफ तथा सफाई कर्मचारियों कि परेशानियों का तुरंत हल निकालने के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए हैं।
चौधरी अनिल कुमार ने अपने पत्र में कहा कि दिल्ली में यदि कोरोना वायरस बड़े स्तर पर फैलता है तो दिल्ली संभाली नहीं जा सकेगी क्योंकि दिल्ली सरकार की तैयारियों की पोल उससे पता चलती है कि दिल्ली कैंसर हॉस्पिटल की 18 मेडिकल स्टाफ को कोरोना पॉजिटिव पाया गया।
चौधरी अनिल कुमार ने दिल्ली में कोरोना के इलाज में काम कर रहीं नर्सो की परेशानियों का जिक्र करते हुऐ कहा कि नर्सो की मांग है कि उनको भी डॉक्टरों जैसी हॉस्पिटल के नजदीक होटल्स में सुरक्षा के साथ रहने और खाने कि सुविधाएं दी जाएं। जहाँ पर रह कर वे अपने आप को परिवारों से अलग क्वारंटाइन कर सके ताकि उनके परिवार सुरक्षित रहें। उन्होंने कहा कि नर्सों के साथ पैरा मेडिकल स्टाफ तथा सफाई कर्मचारियों को भी इस प्रकार के सुविधायें दी जाऐ।
चौधरी अनिल कुमार ने अपने पत्र में कोरोना मरीजों की परेशानियों का जिक्र करते हुऐ कहा कि उनको सही प्रकार से इलाज नहीं मिल पा रहा है। उनके पास न ही डॉक्टर और दूसरा मेडिकल स्टाफ समय पर पहुँच पा रहा है। सोशल मीडिया पर कोरोना मरीजों की वीडियो तथा मैसेज वायरल हो रहे है जिसमे यह लोग अपनी परेशानियों के जिक्र कर रहे है। चौधरी अनिल कुमार ने कोरोना मरीजों के इलाज को लेकर सरकार के और से एडवाइजरी जारी करने के लिए कहा। उन्होंने कोरोना मरीजों तथा क्वारंटाइन में रखे गए लोगों के काउंसलिंग की भी मांग की। ताकि इन लोगों को इलाज कि लिए मानसिक रूप से तैयार किया जा सके।
चौधरी अनिल कुमार ने अपनी पत्र में कहा कि कोविद-19 के लिए डेसिग्नेट किये गये दिल्ली सरकार के हॉस्पिटल्स के पास 100 से भी कम वेंटिलेटर्स हैं जो कि दिल्ली कोरोना मरीजों की अनुपात में बहुत काम हैं और कोरोना को ले कर यदि किसी भी प्रकार की इमरजेंसी आती है तो हजारो लोगों की जान खतरे में पड़ जाएगी और दिल्ली को बहुत बुरे परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। उन्होंने मांग कि की जल्द से जल्द और ज्यादा वेंटिलेटर्स खरीदें जाये।
चौधरी अनिल कुमार में अपने पत्र में कोरोना के आलावा अन्य मरीजो को भी अच्छा इलाज देने की मांग करते हुऐ जीटीबी, आम्बेडकर तथा जीबी पंत इत्यादि दिल्ली सरकार के हॉस्पिटल्स के बाहर इलाज करवाने के लिए काफी दिनों से इन्तजार कर रहे गम्भीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों का जिक्र किया। उन्होंने आगे बताया कि जीटीबी हॉस्पिटल में सीटी स्कैन की मशीन काम नहीं कर रही और आम्बेडकर हॉस्पिटल में सेनिटाइजर की मशीन तो है परन्तु हॉस्पिटल का प्रबंधन उसको चलाने को ले कर गम्भीर नहीं है।
चौधरी अनिल कुमार ने अपने पत्र में उम्मीद कि की केजरीवाल जी पत्र में लिखी गयी समस्याओं तथा सुझावों पर गौर करके कार्यवाही करेंगे।दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने “आओ हाथ बढ़ाये” कार्यक्रम के तहत आज विकास पुरी में बुड़ेला गाँव, नजदीक अम्बेडकर कॉलेज, उतम नगर विधान सभा में अवतार क्लीनिक के नजदीक, मेट्रो पिलर नंबर. 722 तथा जनक पुरी विधान सभा में सी-1, जनक पुरी, 40 फूटा रोड, चाणक्य पैलेस में चल रही “कांग्रेस की रसोई” में खाना बाटने से पहले लोगों के माथे पर मशीन लगा कर थर्मल स्क्रीनिंग के द्वारा तापमान जांचा ताकि किसी को कोरोना के लक्षण ना हो।
चैधरी अनिल कुमार ने बताया कि आज की ताजा रिपोर्ट के अनुसार आज पूरी दिल्ली के 14 जिलों में तकरीबन 50000 लोगों को खाना खिलाया गया तथा आटा, चावल, दाल व मास्क भी बांटे।