कुछ लोग ऐसे भी जो चुपचाप, अकेले बिना किसी मीडिया कवरेज, बिना किसी लम्बी चौड़ी टीम के, निस्वार्थ कर रहे लोगो की सेवा... सलूट तो बनता है, अनोखा समाज सेवक-1

दोस्तों आप सबको एक मेहनती और युवा देश भक्त से सोचा मिलवाने का सिलसिला शुरू करू, इन साहिब का नाम है सम्राट खोसला, अब आप लोग सोचेंगे देश में लोगो का भला करने वाले और देश भक्त युवाओं की कोई कमी नहीं तो मैं आज इन जनाब की ही बात क्यों कर रहा हु, इसकी की भी एक ख़ास वजह है वो है इनका गजब का ज्ञान जो समाज में फैली बहुत सारी समस्याओं को पलक झपकते दूर कर सकता है दूसरी वजह की ये जनाब सिस्टम को कोसने से अलग समस्या का समाधान बताते है, ये सब स्टोरी के अगले भाग में पता लगेगा पहले इनको जानना तो शुरू कीजिए, आइए मिलते है अपने आज के इस दोस्त से

सम्राट खोसला पूर्व डिप्टी कमांडेंट हैं इनका  जन्म लुधिअना में 17 अगस्त 1982 को हुआ। इनके पिता श्री सतीश खोसला पठानकोट के जाने माने व्यापारी थे और इनके जीवन के शुरुवाती दिन पठानकोट में गुज़रे | इनकी 10 वि कक्षा तक पढ़ाई सैंट जोसफ कान्वेंट स्कूल में हुई और स्तानक DAV कॉलेज जालंधर से हुई | अपनी पढ़ाई के दौरान इन्हिने विभिन प्रकार की खेलो में प्रदर्शन किया | 2003 में अपनी स्तानक की पढाई अर्थशास्त्र एवं भूगोल में खत्म करके लोगो के जीवन को और देश के भविष्य को सुधरने की ठान ली | इन्हे फुटपाथ पर भूखे लोग, हॉस्पिटल में इलाज के बगैर तड़पते लोग, गरीबी में बेबस लोग, देश की बेकार होती जवान पीढ़ी देख कर बहुत दुःख होता | 2004 में इन्हिने UPSC ले लिया तैयारी करनी शुरू की और 2005 में भारतीय सेना में अफसर के लिए चयनित हुए | पर इन्होने अपने लक्ष्य को आगे बढ़ाते हुए लोगो की सीधे तौर से सेवा करने के लिए अपनी पढ़ाई को जारी रखा | 2006 में संघ लोक सेवा आयोग के केंद्रीय सशत्र पुलिस बल में सहायक कमांडेंट चयनित हो गए  | 2014 तक अपनी सेवाए देते हुए उप कमांडेंट के पद से त्याग पत्र दे कर अपना जीवन समाज और देश के लिए अर्पित कर दिया |

स्टोरी के अगले भाग में बताना शुरू करेंगे के श्री सम्राट कैसे और अबतक समाज के लिए क्या योगदान दे चुके हैं

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form