जालंधर(30/05/2024): दोस्तों आज एक पुराने दोस्त से मुलाकात हुई सोचा आपके साथ साँझा करलू, ऐसा क्यों आगे पता लगेगा, आज हमारे शहर के एक मशहूर डॉक्टर से मुलाकात हुई समय था तो बातचीत चल पड़ी, डॉक्टर तरसेम सिंह साल 2017 से साल 2019 तक जालंधर के कार्यकारी सिविल सर्जन रहे हैं, सिविल हॉस्पिटल से मेरी उनसे पहचान है, आज डॉक्टर साहिब ने बताया की अपने लम्बी सरकारी नौकरी के दौरान जालंधर सिविल हॉस्पिटल के भ्रूण हत्या रोक थाम विभाग के हेड रह चुके हैं, इसके इलावा सेक्स डिटेक्शन रोक थाम विभाग को भी लम्बे समय तक लीड कर चुके हैं, अर्बन हेल्थ कमीशन को लीड करने के इलावा, जिला टीका करण अफसर के तौर पर भी 3 साल सेवा दे चुके हैं, एहि नहीं सिविल हॉस्पिटल में प्री नटाल डाइग्नोस्टिक एक्ट के तहत लगभग 8 साल तक इंचार्ज रहे हैं
डॉक्टर तरसेम सिंह जालंधर से अकाली नेता मोहिंदर सिंह के पी(मौजूदा समय में अकाली दाल के साथ और लम्बे समय तक कांग्रेस के साथ रहे) के पडोसी और रिश्ते में भाई लगते हैं, डॉक्टर तरसेम सिंह बताते हैं की मोहिंदर सिंह के पी स्कूल दिनों में क्रिकेट के अच्छे खिलाड़ी हुआ करते थे, आगे चलकर मोहिंदर सिंह के पी ने कानून की डिग्री हासिल की और जालंधर डिस्ट्रिक्ट बार असोसिएशन के मेंबर भी बने
डॉक्टर तरसेम सिंह के पिता जी सरदार साधु सिंह मोहिंदर सिंह के पी के अध्यापक रहे हैं, आगे बढ़ते हुए डॉक्टर साहिब ने जो जो बताया काफी कुछ नया था, डॉक्टर तरसेम सिंह का कहना है की मोहिंदर सिंह के पी ने मीठापुर के लिए बहुत कुछ किया है, श्री मोहिंदर सिंह के पी ने मीठापुर में अपने पिता शहीद दर्शन सिंह के पी के नाम पर एक स्टेडियम बनवाया जो आज भी चल रहा है
बतौर डॉक्टर तरसेम सिंह मोहिंदर सिंह के पी ने मीठापुर में जानवरों के लिए एक डिस्पेंसरी खुलवाई, इलाके के लोगो के लिए एक मेडिकल डिस्पेंसरी भी बनवाई, मीठापुर में एक नेशनल हाई स्कूल हुआ करता था जो पहले क्लास 10 तक ही था इस स्कूल को मोहिंदर सिंह के पी ने सरकारी मान्यता दिलवा कर क्लास 12 तक करवाया, श्री के पी की पहल थी मीठापुर में पानी और सीवरेज आना उन गाओं की लिस्ट में आया जो पूरे पंजाब में पहले गाओं थे, कहा जाये की मीठापुर में ये सुबिधा सबसे पहले श्री के पी की मेहनत की वजह से आई थी, डॉक्टर तरसेम ने बताया की श्री मोहिंदर सिंह के पी कुल 3 बार MLA चुने गए और 2 बार मंत्री बने( इस दौरान उन्हें खेल, शिक्षा और ट्रांसपोर्ट विभाग की जिम्मेदारी मिली थी), श्री मोहिंदर सिंह के पी टेक्निकल एजुकेशन बोर्ड के चेयरमैन भी रह चुके हैं
श्री के पी साल 2009 से साल 2014 तक MP भी चुने गए थे इस चुनाव में उन्होंने हंस राज हंस को हराया था, डॉक्टर तरसेम कहते हैं की जब ट्रांसपोर्ट विभाग की जिम्मेदारी श्री मोहिंदर सिंह के पे को मिली तो उन्होंने पहली बार इस विभाग को प्रॉफिट में लाया, और श्री के पी के कार्यकाल के बाद और पहले कभी भी यह विभाग प्रॉफिट में नहीं रहा है, डॉक्टर तरसेम सिंह कहते हैं की श्री मोहिंदर सिंह के पी ने पंजाब के हर गांव में स्टेडियम बनाने की स्कीम लाइ थी, अमरिंदर सिंह की सरकार में श्री मोहिंदर सिंह के पी सोशल वेलफेयर मिनिस्टर भी रह चुके हैं इस दौरान श्री मोहिंदर सिंह के पी ने चाइल्ड हेल्थ के पक्ष में अथक मेहनत की, पुरानी याद तजा करते हुए डॉक्टर तरसेम सिंह कहते हैं की श्री मोहिंदर सिंह के पी ने एजुकेशन मिनिस्टर रहते हुए सरकारी अध्यापकों को तकलीफ में नहीं आने दिया उस समय अध्यापकों की ट्रांसफर आसानी से और सही तरीके से हो जाया करती थी जिससे अध्यापक खुश रहते थे
थोड़ा आगे बढ़ते हुए डॉक्टर तरसेम सिंह ने बताया की श्री मोहिंदर सिंह के पी ने ट्रांस्पोट मिनिस्टर रहते हुए पंजाब के उन गांव में भी बस सर्विस पंहुचा दी थी जहा पहले एक बस सर्विस तक नहीं थी, डॉक्टर साहिब ने बात चीत को खत्म करते हुए कहा की जब श्री मोहिनंदर सिंह के पी MP थे तब उन्होंने सेहत विभाग, नगर निगम और रूरल डेवलपमेंट विभाग को भरपूर ग्रांट दिलवाई.
Note: 1.आर्टिकल के अंत में इस्तेमाल की गई तस्वीर इंटरनेट से ली गई है और इसका कोई कमर्सिअल इस्तेमाल नहीं हुआ है
2. पूरे आर्टिकल में जो दावे या फैक्ट्स बताये गए है वो सब डॉक्टर तरसेम सिंह के अनुभवों से लिए गए है किसी भी निष्कर्ष तक पहुंचने से पहले फैक्ट्स को अल्ग अल्ग सोर्सेस से वेरीफाई जरूर करे
3. पूरे आर्टिकल में कुछ भी कही से कॉपी करके नहीं लाया गया है और ये आर्टिकल तारिख 30/05/2024 को छापा गया है जो पंजाब में चुनाव प्रचार का आखरी दिन है इस लिए ध्यान रखा जाये की यह आर्टिकल किसी भी तरह का कोई प्रचार नहीं है न ही किसी प्रचार का हिस्सा है
4. इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ पढ़ने वालों का ज्ञान बढ़ाने के लिए है