जालंधर(22/08/2024): जालंधर शहर से बाहर कही से भी पढ़ रहे तो आपसे निवेदन है की इस स्टोरी को अंत तक पढ़ें और पंजाब के लोगो से निवेदन है की इस स्टोरी में उठने वाले सवालों के जवाब जब भी मौका मिले आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं खास कर ईमानदारी की बाते करने वाले पंजाब के मुख्य मंत्री सरदार भगवंत मान से जरूर पुछा जाए
मामला ये है की 22/07/2024 को जालंधर पुलिस कमिश्नर की टीम ने एक प्रेस नोट जारी किया जिसके मुताबिक़ विभाग को किसी विश्वसनीय सूत्र से खबर मिली की कोई व्यक्ति जालंधर में किसी को गैरकानूनी हथियार, गैरकानूनी शराब और कुछ और गैरकानूनी नशे का सामान बेचने आरहा है इस सूचना को आधार बना के जालंधर पुलिस की नवी बारादरी की टीम ने बशीरपुरा में नाका लगाया और जांच पड़ताल शुरू हुई और सभी आने जाने वाले वाहनों की चेकिंग की जाने लगी तभी उन्होंने एक क्रेटा कार को जब चेक किया उसमे से लगभग 2 करोड़, 93 लाख, 5 हजार और 800 रुपए मिले और साथ ही लगभग 3100 अमेरिकन डॉलर भी बरामद हुए, इसके बाद पुलिस ने कार सवार पुनीत सूद पुत्र राज देव सूद रहने वाला मकान नंबर: बी-361, कटरा मोहल्ला नजदीक दुशहरा ग्राउंड होशियारपुर के खिलाफ नवी बारादरी ठाणे में मामला दर्ज कर पुनीत सूद को गिरफ्तार कर लिया, इस FIR में पुनीत सूद के खिलाफ NDPS एक्ट की धारा 21,22,27-A, के साथ साथ एक्साइज एक्ट की धारा 61/1/14 भी लगाईं गई है, इन धाराओं के इलावा आर्म्स एक्ट की धारा 25/27(1)/54/59 जैसी संगीन धाराएं लगाई गई है, ये सब पुलिस का पक्ष माना जाएगा मतलब ये सब पुलिस द्वारा डाले गए प्रेस नोट में लिखा है इसके इलावा पुलिस कमिश्नर की कुछ तारीफें के इलावा कुछ और ख़ास इस प्रेस नोट में नहीं मिलता, 22 जुलाई 2024 को जब ये प्रेस नोट आया तो हमे भी लगा की पुलिस रोज़ किसी न किसी को पकड़ के अपनी पीठ थप थपाने में लगी रहती है ये भी कोई रूटीन मामला होगा और बात आई गई हो गई
अब आप लोग सोचते होंगे मामला 22 जुलाई का और आज चर्चा क्यों हो रही है तो इसकी वजह है एक प्रेस कांफ्रेंस जो आरोपित पुनीत सूद की बहन और उनके पति श्री राज निर्मल सूद द्वारा जालंधर प्रेस क्लब में 20 अगस्त 2024 को की गई है इस प्रेस कांफ्रेंस में परिवार ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए है परिवार के मुताबिक पुनीत बेक़सूर है उसे इस केस में जालंधर की पुलिस ने फंसाया है परिवार के मुताबिक़ पुनीत के पास लगभग 4 करोड़ रुपये थे जिसे पुलिस ने जब्त किया था पर पुलिस ने रिकवरी में 3 करोड़ के लगभग दिखाया है परिवार के मुताबिक बाकी का 1 करोड़ रुपये जालंधर पुलिस के कुछ अफसरों ने हड़प लिए है या यु कहे की एक्सटॉरशन कर लिए है परिवार ने बताया की इस मामले में पुलिस ने जो वीडियो गिरफ़्तारी के समय बनाया था पुलिस अब उस वीडियो को अदालत में जज साहिब के सामने ख़राब हो गया बता रही है परिवार का कहना है की वीडियो में 4 करोड़ की बात रिकॉर्ड हुई है जिसमे अगर वीडियो अदालत के सामने आ गई तो पुलिस फंस जाएगी इस लिए पुलिस जज साहिब को झूठ बता रही है की वीडियो ख़राब हो गया है
इससे आगे बढ़ते हुए परिवार ने कहा है की पुलिस परिवार के बाकी लोगों को भी झूठे मामलों में फ़साने की धमकियाँ दे रही है, अब इस मामले पे जब हमने अपने स्तर पर होशियारपुर के कुछ बड़े पत्रकारों से बात की तो सबका एहि कहना है की अभी आरोपित सच्चा या झूठा है कहना जल्दबाजी होगी अदालत में ट्रायल होने दिया जाए जब कुछ सामने आएगा तब ही कुछ पक्के तौर पे कहा जा सकता है
इस स्टेज पे हम लोग न तो आरोपित को सही या गलत साबित करने की कोशिश कर रहे है और न ही जालंधर पुलिस को इस समय तो बात सिर्फ स्टेटमेंट्स में फर्क आरहे 1 करोड़ रुपये की कर रहे हैं परिवार ने इस मामले में 1 करोड़ रुपये गायब करने का दोष जालंधर पुलिस के कुछ बड़े अधिकारीयों के साथ जालंधर पुलिस के कमिश्नर पे भी लगाए हैं इस लिए सरदार भगवंत मान को चाहिए की वो तुरंत मामले की जांच के लिए सीबीआई को भेजने की सिफारिश कर दें क्योकि इस मामले में जो आरोप परिवार ने लगाए है वो अगर 1% भी सही निकलते हैं तो सोचिये ये कितनी बाड़ी बात है जनता को इस बात की सच्चाई को जानने का पूरा हक़ है
अब थोड़ा पीछे चलते साल 2019 में ऐसे ही एक मामला तब भी हुआ था जब जालंधर से जुड़े एक priest के घर से पुलिस की एक टीम ने 16.50 करोड़ रुपये रेड करके जब्त किये थे तब कुल राशि मेसे लगभग 6.50 करोड़ रुपये कुछ पुलिस अधिकारीयों पर गायब करने के आरोप लगे तो उस समय पुलिस के पुलिस प्रमुख दिनकर गुप्ता ने कुछ पुलिस अधिकारीयों को पहले नौकरी से बर्खास्त कर दिया, फिर कुछ की गिरफ्तारी भी हुई ,कुछ कही भागे तो कुछ बाद में भी पकड़े गए खैर इस मामले की भी कभी अल्ग से चर्चा की जाएगी पर इससे लगता है पंजाब पुलिस का ऐसा दागदार ट्रैक रिकॉर्ड पहले भी रहा है पर फिलहाल देखना होगा की इस मौजूदा मामले की कोई जांच होती है या मामला कही गुम हो जाएगा..