जालंधर(15/10/2024): जो लोग पंजाब के बाहर से हमारे रेगुलर पाठक है उनको बता दें की पंजाब की जवानी को फ्रॉड ट्रेवल एजेंट्स जहाँ दीमक की तरह खोखला कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ नशा पंजाब को किस कदर खा रहा सबको पता ही है, जब किसी को नशे की सामग्री के साथ पुलिस पकड़ती है या फिर किसी ट्रेवल एजेंट को किसी भी मामले में पकड़ती है तो लोग पहले ही अंदाजा लगा लेते हैं की पकड़ा गया आरोपी दोषी ही होगा इस लिए इन दो मामलों में धर पकड़ पंजाब में आम बात है और ऐसी खबरों पे कोई ज्यादा ध्यान भी नहीं देता और इन मामलों में पुलिस की तारीफ ही होती है
इस सिलसिले में जालंधर की शहरी पुलिस ने 28/09/2024 को थाना सदर में ऍफ़ आई आर नंबर: 203 दर्ज कर एक व्यक्ति जिसका नाम पुष्कर गोयल बताया जा रहा है को पूछ ताछ के लिए उठाया, इस मामले में पुलिस का कहना है की यह ऍफ़ आई आर एक मुखबिर ख़ास से मिली सूचना के आधार पर दर्ज की गई है आरोप है की पुष्कर गोयल फर्जी सर्टिफिकेट और फर्जी डीग्री बनाने का काम करता है और इस मामले में गहराई से जांच चल रही है
इसके बाद 09/10/2024 को जालंधर की शहरी पुलिस के तहत आते थाना नंबर: 07 में एक ऍफ़ आई आर दर्ज की गई इस ऍफ़ आई आर का नंबर है 221, इस मामले में एक ट्रेवल एजेंट जिसका नाम ब्रम्ह राज उर्फ़ सनी गुजराल उर्फ़ सैम है जो जालंधर में बस स्टैंड के पास पड़ते बेदी पैराडाइस में गुजराल कंसलटेंट एंड इमीग्रेशन सर्विसेज के नाम से ट्रेवल एजेंसी चला रहा है, इस मामले में सनी गुजराल पे आरोप लगाया गया है की वो बिना सरकार से ट्रेवल प्रोफेशनल एक्ट के तहत आते लाइसेंस के ट्रेवल एजेंसी चला रहा है और लोगों से मोटी रकम वसूल कर रहा है और किसी को भी विदेश नहीं भेज रहा है इस लिए उसे तुरंत गिफ्तार किया जाना जरुरी था नहीं तो सनी गुजराल विदेश भाग सकता था, यह ऍफ़ आई आर भी किसी मुखबिर ख़ास से मिली सूचना के आधार पर दर्ज की गई है
अब बात करते हैं की यह सब सामने कैसे आया, बता दें की जालंधर के दो न्यूज़ पोर्टल्स है जिनका नाम है www.punjablivenews.in और www.ptbnews.in यह दोनों पोर्टल्स लगातार ट्रेवल एजेंट्स के कारनामे जनता के सामने लाते रहते है, इन जनाब ट्रेवल एजेंट सनी गुजराल के खिलाफ भी इन दोनों पोर्टल्स ने कवरेज की थी पर कवरेज में कुछ सीमित सूचना ही थी इन दोनों की कवरेज में एक बात सामने आई की सनी गुजराल ने एक साल पहले किसी बुजुर्ग दंप्पति पर गोली चलाई थी एही से हमें मामले की जांच कर मामले का खुलासा करने का आईडिया आया, हम अभी इस मामले से जुड़े कागज़ खंगाल ही रहे थे की एक बड़े नेता जो जालंधर से दो बार एम् पी(एक बार कांग्रेस तो दूसरी बार आप की तरफ से) भी रह चुके हैं सनी गुजराल के बचाव में जालंधर के सदर पुलिस स्टेशन अपने कुछ अन्य साथियों के साथ पहुंचे और सनी गुजराल को बेक़सूर बताते हुए पुलिस पे सनी गुजराल के साथ साजिश रचने और झूठे मामले में फ़साने का आरोप लगा के सनसनी फैला दी इसके बाद हमारी जांच पड़ताल भी तेज हुई और आज कई सोर्सेज को खंगालने के बाद हमारी जांच में भी कुछ सवाल उभर के सामने आए है, अब पहले बात करेंगे पुलिस की बातों में कितना दम है और सनी गुजराल कितना संदिग्ध लग रहा है
अल्ग अल्ग मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो पहले सनी गुजराल को पुलिस ने 221 नंबर ऍफ़ आई आर में बिना लाइसेंस ट्रेवल एजेंसी चलाने की वजह से गिरफ्तार किया जब इस मामले में उसे बेल मिल गई तो घर जाते समय सदर थाने की पुलिस ने ऍफ़ आई आर नंबर 203 में आरोपित पुष्कर गोयल से मिली सूचना का हवाला देकर सनी गुजराल को पूछ ताछ के लिए उठा लिया, अब ध्यान देने लायक है की ऍफ़ आई आर नंबर: 203 में सनी गुजराल सीधे तौर पे आरोपी नहीं है और सबसे बड़ी बात जो शक पैदा करती है की इन दोनों ऍफ़ आई आर में कोई सीधे तौर पे शिकायतकर्ता है ही नहीं दोनों ऍफ़ आई आर किसी मुखबिर से मिली सूचन के आधार पर दर्ज की गई है अब यह मुखबिर कौन है? उसे सूचना कहाँ से मिली? क्या दोनों ऍफ़ आई आर में मुखबिर एक ही है या अल्ग अल्ग है इन सब बातों की जानकारी किसी को नहीं है, इस बात पे शक करना इस लिए जरुरी हो जाता है क्योकि आजकल पंजाब पुलिस रोज़ कोई न कोई नया कारनामा कर रही है, लगभग रोज़ कोई न कोई ट्रेवल एजेंट पंजाब के किसी न किसी शहर में गिरफ्तार किया जा रहा है, ऐसा लगने लगा है की या तो इससे पहले पंजाब में कोई ट्रेवल एजेंट कोई फर्जी काम करता ही नहीं था या फिर बस आज कल में ही सभी ट्रेवल एजेंट्स को फर्जी काम करने का भूत सवार हो गया है, सनी गुजराल के हमदर्द नेता जी ने कहा है की पार्टी हाई कमान इस मामले को नजदीकी से वाच कर रही है को चाहिए की कोर्ट ऑफ़ रिकॉर्ड के सामने अपने वकील से रिट डालने के लिए कहें ताकि कोर्ट को पता चल सके की यह मुखबिर ख़ास है कौन जो Mr. india की तरह दिखाई नहीं देता पर सूचना इतनी सटीक देता है की आरोपित ट्रेवल एजेंट पलक झपकते ही जालंधर की सच्ची सुच्ची और ईमानदार पुलिस की झोली में खुद ही आके गिर जाता है, इनसबके इलावा एक बात और बता दें की जालंधर से एक और न्यूज़ पोर्टल चलता है www.glimeindianews.in जिसने कल एक खबर छापी थी की पंजाब में 18 ट्रेवल एजेंट्स और 43 गैर कानूनी ट्रेवल फर्म्स पे ऍफ़ आई आर दर्ज की गई हैं इन मामलों में हुई ऍफ़ आई आर के कंटेंट्स का खबर में कोई जिक्र नहीं है और न ही किसी ऍफ़ आई आर का नंबर है पर इस खबर से एक बात पता लगती है की पूरे पंजाब में ट्रेवल एजेंटों पे पुलिस आफत बन के टूट पड़ी है और लगातार मामले दर्ज हो रहे हैं
लम्बे समय पहले की बात है सनी गुजराल ने कहीं से हमारा नंबर लेके हमें भी किसी मार्केटिंग डील के लिए बुलाया था इसके बाद हमने भी सनी गुजराल के बारे अल्ग अल्ग आस पड़ोस के लोगों से पूछ ताछ की थी ऐसा इस लिए किया जाता है की कहीं कोई ट्रेवल एजेंट कोई बिज़नेस डील करके बाद में पेमेंट्स डिफ़ॉल्ट न कर दे पर उस समय हमें सनी गुजराल के बारे किसी फर्जी डीग्री रैकेट से जुड़े होने की बात का पता नहीं चल सका था,खैर हमने ज्यादा जाँच पड़ताल इस लिए भी नहीं की थी क्योकि सनी गुजराल ने हमारे साथ कोई डील फाइनल नहीं की थी और बात आई गई हो गई लम्बा समय बीत चुका है, इसके बाद की हमें भी कोई जानकारी नहीं थी, अब हो सकता है की सनी के बारे हमें उस समय मिली सूचना अधूरी रह गई हो और आज सनी गुजराल के मामले में पुलिस का पक्ष बिलकुल ठीक ही हो और सनी गुजराल पे जो आरोप लग रहे हैं वो ठीक भी हों इसके बारे हमें या किसी और को पक्के तौर पे तब तक पता नहीं चल सकता जब तक उच्च स्तरीय जांच न हो जाए इस लिए ऐसे सभी मामलों को इक्कठा कर एक उच्च स्तरीय जांच हो जानी चाहिए
अब बात करते है की इस मामले में सनी गुजराल कैसे शक्की लगता है और पुलिस के पक्ष को कैसे बल मिलता है साल 2023 में जालंधर की शहरी पुलिस के तहत आते थाना नंबर: 7, में 12/10/2023 को एक ऍफ़ आई दर्ज की गई थी जिसमे सनी गुजराल के इलावा उसके दो अन्य साथियों को मुख्य आरोपी बनाया गया था इस मामले में आरोप है की सनी ने अपने साथियों के साथ मिलके एक बुजुर्ग दंपत्ति पे अपनी रिवाल्वर से 2 गोलियां चलाई थी, इस मामले में सनी गुजराल 12/10/2023 से लेकर 1/11/2023 तक जेल में रहा था इस मामले में सनी को 1/11/2023 को जालंधर की एक अदालत से जमानत मिली थी, इस मामले की ऍफ़ आई आर की कॉपी हमारे पास है पर हम रिपोर्ट में ऍफ़ आई आर का नंबर इस लिए नहीं लिख रहे क्योकि ऍफ़ आई आर में शिकायतकर्ता बुजुर्ग दंपत्ति के ब्यान से लेकर कई सारी जरुरी सूचना है जो सार्वजनिक करना हमें ठीक नहीं लग रहा पर हाँ सनी गुजराल के सभी हमदर्द नेता लोग या उनकी पार्टी हाई कमान अगर जांच करे तो उसे ऍफ़ आई आर मिल जाएगी और पता चल जायेगा की सनी गुजराल कितना मासूम, कितना सीधा साधा और निर्दोष करैक्टर का नौजवान है वैसे हम अपने तौर पे न सनी गुजराल को निर्दोष और न ही दोषी कहना चाहेंगे यह काम अदालत का है उसे ही करना चाहिए
अब पार्टी हाई कमान और जालंधर में पार्टी से जुड़े लोगों को जान लेना चाहिए की जिस आदमी के पीछे उनके बॉस उन्हें थाने लेके गए थे उन जनाब पे गोली चलने वाली ऍफ़ आई आर में धाराएं कौन कौनसी लगी है, इसमें पहली धरा है IPC 307(जो इरादा क़त्ल के लिए लगाईं जाती है इसमें उम्र कैद तक की सजा का देश के कानून में प्रावधान है), दूसरी धारा है IPC 323(यह धारा किसी को चोट पहुंचाने की वजह से लगती है, इस धारा के तहत दोषी पाए जाने पे 1 साल तक कैद, या Rs.1000/- का जुर्माना या फिर दोनों हो सकते है), इसके बाद लगी है IPC 342(यह धारा किसी को गैरकानूनी ढंग से पकड़ के रखने के लिए लगाईं जाती है, इसमें दोषी पाए जाने वाले को 1 साल तक की कैद, Rs.1000/- का जुर्माना या फिर दोनों हो सकते हैं), इसके बाद IPC 447 लगाईं गई है( यह धारा क्रिमिनल ट्रेसपास के लिए लगाई जाती है मतलब जब्रन किसी की प्रॉपर्टी में दाखिल होने के जुर्म में, इसमें दोषी पाए जाने की सूरत में 3 माह तक सजा के साथ जुर्माना जो Rs.500/- हो सकता है या फिर इन दोनों मेसे कोई एक लगाया जा सकता है), IPC 34(यह धारा तब लगती है जब एक से ज्यादा लोग सहमत होकर साथ मिलकर कोई जुर्म करते है ऐसे हाल में किसी एक द्वारा किये जुर्म के लिए बाकी साथियों को भी समान दोषी माना जाता है), इसके बाद लगी है IPC 427( इस धारा को तब लगाया जाता है जब आरोपित किसी ऐसी वस्तु को नुक्सान पहुंचाते है जिसकी कीमत Rs.50/- से ज्यादा हो इस धारा में दोषी पाए जाने पे 2 साल तक की कैद, या जुर्माना या फिर दोनों हो सकते हैं), इसके बाद लगाई गई है IPC 506( इस धारा को किसी को धमकाने के लिए लगाया जाता है, इसके तहत दोषी पाए जाने पे 2 साल तक की कैद, या जुर्माना या फिर दोनों हो सकते है), इसके बाद लगी है IPC 511(यह धारा ऐसे हाल में लगाई जाती है जब आरोपित द्वारा कोई जुर्म करने की कोशिश की जाए पर सफलता न मिले), इसके इलावा इस ऍफ़ आई आर में आर्म्स एक्ट धारा 25 और 27 भी लगाई गई है(इन धाराओं में दोषी पाए जाने वाले को कम से कम 3 साल और अधिकतम 7 साल तक की कैद हो सकती है ), इतनी सख्त धाराएं लगने के बाद भी सनी गुजराल को कुछ दिनों में ही जमानत मिल गयी थी इससे अच्छी किस्मत किसी की हो ही नहीं सकती,
अब आप लोग पढ़िए और अपनी राय बनाइए की जिस इंसान को एक राष्ट्रीय पार्टी के कुछ लोग अपने बॉस के कहने पर आज साल 2024 में निर्दोष साबित करने पे अड़े हुए हैं वो तो एक साल पहले से ही इतने गंभीर आरोप झेल रहा है